दूध शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम, प्रोटीन आयरन और विटामिन ए आदि पाए जाते हैं। दूध शरीर को हेल्दी रखने के साथ ब्रेस्ट को बढ़ाने में भी मदद करता है। गाय के दूध में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और प्रोलेक्टिन की मात्रा पाई जाती हैं, जो महिलाओं में ब्रेस्टमिल्क को बढ़ाते है साथ ही ब्रेस्ट साइज को बढ़ाने में मदद करते हैं।
नीचे हम ब्रेस्ट बढ़ाने के तरीके में कुछ व्यायाम more info की जानकारी दे रहे हैं। हालांकि ये ब्रेस्ट बड़ा करने के उपाय के तौर पर कितना लाभकारी हो सकते हैं, इस बारे में कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है। हां, इतना जरूर है कि ब्रेस्ट बढ़ने की एक्सरसाइज से ब्रेस्ट के आकार पर थोड़ा-बहुत फर्क पड़ सकता है।
ड्राई फ्रूट्स भी ब्रेस्ट साइज बढ़ाने में मदद करते हैं। क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में अनसैचुरेटेड फैट पाया जाता है, जो ब्रेस्ट के टिश्यू को बढ़ाने में मदद करता है और ब्रेस्ट की ग्रोथ को भी बढ़ाता है। डाइट में बादाम, काजू और पिस्ता आदि को शाामिल कर सकते हैं। सही इनरवेयर का चुनाव
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.
इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से विस्तार से बात की।
अपने दाहिने घुटने को मोड़ें और दाएं पैर को अपनी बाईं जांघ पर रखें। यह ध्यान रहे कि आपके पैर का तलवा आपकी ईनर थाई पर सीधा रखा हो।
ब्रेस्ट न बढ़ने के कारण में किसी तरह की दवाइयों का असर भी हो सकता है।
इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि स्तनों पर वैसलीन लगाने से उनके आकार में कोई परिवर्तन हो सकता है। हालांकि, ब्रेस्ट को बढ़ाने के उपाय के तौर पर ट्रायल कर सकते हैं।
उम्र के हिसाब से ब्रेस्ट साइज क्या होना चाहिए?
ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने के आसान तरीके में प्याज भी शामिल है। प्याज को पीसकर उसका रस निकाल लें। इसमें हल्दी और शहद मिलाकर रात को स्तनों की मालिश करके सोएं।
एक्सरसाइज के बाद योगासन के जरिए ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने के आसान तरीके जानते हैं।
इस दौरान दोनों बाजूओं को सीधा कर लें, ताकि कंधों में मासंपेशियों को मज़बूती मिल सके।
अब बाएं पैर को मोड़कर दाईं जांघ के नीचे से ले जाते हुए अपने नितंब के पास सटाएं।
अगर आप हमेशा थकान और बर्नआउट फील कर रही हों तो ये भी हार्मोनल इंबैलेंस खासकर थायराइड का लक्षण हो सकता है.